
संक्षेप में, हम बच्चों को वैचारिक तथा शैक्षणिक कौशल प्राप्त करने में मार्गदर्शन तथा सहायता प्रदान करते हैं जिसे वह अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में कभी भी तथा कहीं भी उपयोग मेंं ला सकते हैं। यह कौशल ऐसे परिवेश में प्राप्त किए गए हैं जो सामाजिक कौशल, नैतिक मूल्यों तथा नीतियों को भी बढ़ावा देते हैं। इससे छात्रों के परिणामों में बड़े पैमाने पर उपलब्धता नहीं है। हर बच्चे का अपना अलग व्यक्तित्व होता है। हमारी शिक्षा इसी धारणा के आस-पास डिजाइन की गर्इ है तथा इससे जुड़ी प्रणाली का कॅापीरार्इट 2008 में करवाया है। इस पाठ्यक्रम को हमने बनाया है तथा कक्षा 7वीं तक के लिए यह एक मूल तथा अनूठी अवधारणा है। तत्पश्चात् वर्तमान शिक्षा प्रणाली की आवश्कताओं को पूरा करने के लिए हम विद्यमान पाठ्यक्रम को अपनाते है। हमारे पाठ्यक्रम का लक्ष्य बच्चों में अपने स्वयं के लिए सोचने की क्षमता को स्थापित करने के प्रति केन्द्रित है। कारण जानने और तर्क लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।